क्या रोजाना विटामिन C और जिंक की गोलियां लेने से आपको कोरोना वायरस से लड़ने के लिए इम्युनिटी बढ़ाने में मदद मिल सकती है? COVID-19 को रोकने या ठीक करने का दावा करने वाले तमाम मैसेज वॉट्सएप पर फॉरवर्ड किए जा रहे हैं, जिसमें घरेलू नुस्खे और ‘चमत्कारी’ चीजों का जिक्र किया जा रहा है.
दावा
हमें यह सवाल मेल पर भी मिला है. फिट पहले ही मैसेज में बताए ज्यादातर दावों की पड़ताल कर चुका है.
लेकिन क्या बीमारी को रोकने में जिंक और विटामिन C की भूमिका में कोई सच्चाई है, जैसा कि तीसरे प्वाइंट में बताया गया है. हालांकि ये दोनों जरूरी मिनरल और न्यूट्रीएंट्स हैं, कोविड-19 के मामले में इनके बीमारी को रोकने या ठीक करने वाले प्रभावों को साबित करने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है.
संभावित इम्युनिटी-बूस्टर संक्रमण को नहीं रोक सकते
अभी तक, ऐसी किसी भी चीज को मंजूरी नहीं मिली है, जो हमें कोविड-19 से बचाती हो. लक्षणों के आधार पर बीमारी की गंभीरता के हिसाब से इलाज किया जा रहा है और सपोर्टिव केयर दी जा रही है.
जहां तक न्यूट्रीएंट्स की बात है, कहा जा सकता है कि जिंक और विटामिन C इम्युनिटी को मजबूत करने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन ये नोवल कोरोना वायरस का कोई रामबाण इलाज नहीं हैं.
फिट से बात करते हुए, न्यूट्रिशनिस्ट कविता देवगन ने बताया, “हमारे शरीर के बुनियादी फाइटर्स, फैगोसाइट और T सेल्स के ठीक से काम के लिए विटामिन C जरूरी है. यह इम्युन सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है. इसी तरह, जिंक भी इम्युनिटी को मजबूत करता है और इंफ्लेमेशन को नियंत्रित रखता है.”
लेकिन क्या इसका मतलब यह है कि ये संक्रमण को ‘रोक’ सकते हैं? कविता कहती हैं,
नहीं, वे इसे रोक नहीं सकते. जरूरी न्यूट्रीएंट्स लेने से आपके शरीर के संक्रमित होने पर लड़ने का मौका मिल सकता है और अगर आप स्वस्थ हैं तो लक्षण कम गंभीर हो सकते हैं.
इसको ठीक से समझने की जरूरत है. इम्युनिटी बढ़ाने वाले किसी निश्चित तत्व या तरीके को जब ‘रोकथाम’ या ‘इलाज’ के रूप में प्रचारित किया जाता है, न कि सामान्य स्वास्थ्य को बनाए रखने के तरीके के तौर पर (जो कि वास्तव में वे करते हैं) तो दावे बेअसर साबित होते हैं.
जैसा कि कविता का कहना है, समग्र रूप से सेहतमंद होना वास्तव में किसी संक्रमण से लड़ने में महत्वपूर्ण है, लेकिन यह अकेले किसी को संक्रमित होने से नहीं रोक सकता है- अगर जरूरी सावधानी नहीं बरती जाती है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ‘कालीमिर्च’ के चमत्कारी गुणों पर दावों का खंडन करते हुए साफ किया था,
आपके खाने में इस्तेमाल होने वाली काली मिर्च हालांकि बहुत लजीज होती है, लेकिन ये कोविड-19 को रोक या ठीक नहीं कर सकते हैं. नोवल कोरोनावायरस से खुद को बचाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप दूसरों से कम से कम 1 मीटर दूर रहें और अपने हाथों को बार-बार व अच्छी तरह धोएं. आपके सामान्य स्वास्थ्य के लिए भी यह अच्छा है कि संतुलित आहार लें, अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहें, नियमित रूप से एक्सरसाइज करें और अच्छी नींद लें.WHO
कोरोना से बचाने का कोई निश्चित प्रमाण नहीं
दिल्ली में क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट डॉ. सुमित रे बताते हैं कि कुछ अपेक्षाकृत छोटे अध्ययनों में पाया गया है कि विटामिन C और जिंक का आमतौर पर एंटी-इंफ्लेमेटरी असर होता है. डायरिया के मरीजों को भी जिंक दिया जाता है. लेकिन इसके ‘एंटीवायरल’ फायदों के बारे में किसी को कुछ नहीं पता, खासतौर से कोविड को लेकर.
यह देखने के लिए कि इनके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण किस हद तक काम करते हैं, कोई भी व्यापक और सुनियोजित इंसानी परीक्षण नहीं किया गया है. हमारे पास स्पष्ट साक्ष्य नहीं हैं. और हम खासकर अगर कोविड के बारे में बात करते हैं, तो यह सुझाव देने के लिए कोई सटीक अध्ययन नहीं है कि जिंक या विटामिन C लोगों में वायरस के असर को रोक या कम कर सकता है.डॉ. सुमित रे
“आम जुकाम को लेकर विटामिन C के ट्रायल किए गए हैं, लेकिन यहां तक कि उनमें भी, इसे लेकर कोई स्पष्टता नहीं है कि यह कैसे मदद करता है.”
वह बताते हैं कि हालांकि जिंक और विटामिन C अगर तय मात्रा में दिया जाता है, तो कोविड-19 के मरीजों को इससे कोई नुकसान नहीं हो सकता है लेकिन संक्रमण को रोकने या ठीक करने के पर्याप्त ठोस सबूत नहीं हैं. यह याद रखना जरूरी है कि किसी मेडिकल दावे को सत्यापित करने से पहले ठोस सबूत की जरूरत होती है.
खुद को संक्रमण से बचाने का एक ही तरीका है कि हम पहले से पता सावधानियों का पालन करें: सोशल डिस्टेंसिंग रखें, हैंड और रेस्पिरेटली हाइजीन बनाए रखें और मास्क पहनें.
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