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अपने शरीर को स्वाभाविक रूप से डिटॉक्स करने के ये 7 तरीके जानें

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अपने शरीर को प्राकृतिक रूप से डिटॉक्सीफाई करने में मदद करने के लिए इन सरल और आसान युक्तियों का पालन करें.

डिटॉक्सिफिकेशन हाल के दिनों में लोकप्रिय हो गया है और इसे बहुत चर्चा मिली है. शरीर को नियमित रूप से विषाक्त पदार्थों से छुटकारा पाने में मदद करने के लिए, रसोई में पाए जाने वाले साधारण प्राकृतिक खाद्य पदार्थों का उपयोग करके कभी-कभी डिटॉक्स किया जा सकता है. वजन घटाने और अच्छे स्वास्थ्य के लिए जीवन शैली के रूप में विकसित किया जा सकता है.

हालाकि आपको यह याद रखना चाहिए कि आपके शरीर की बनावट ऐसी है कि उसे वास्तव में नियमित रूप से डिटॉक्स करने की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन आप अपने प्राकृतिक डिटॉक्सिफिकेशन सिस्टम को बढ़ाने के लिए इन युक्तियों का उपयोग कर सकते हैं. किसी विशिष्ट आहार या डिटॉक्स उत्पादों का उपयोग करने के बजाय, आप कुछ आदतें विकसित कर सकते हैं, जो प्राकृतिक डिटॉक्सिफिकेशन में मदद करती हैं. यहां कुछ तरीके दिए गए हैं, जो फायदेमंद साबित हो सकते हैं.

शराब के अधिक सेवन से सेहत को नुकसान होता है 

(फोटो: iStock)

शराब का सेवन सीमित करें

हमारे जिगर का मुख्य काम विषाक्त पदार्थों को फ़िल्टर कर शरीर से निकालने में मदद करना है. यह आपके शरीर को नियमित रूप से प्राकृतिक रूप से डिटॉक्स करने में मदद करता है.

पबमेड के अनुसार, अल्कोहल जिगर में मेटाबोलाइज कर जाता है और यह कैंसर पैदा करने वाले घटक में परिवर्तित हो जाता है, जिसे 'एसिटाल्डिहाइड' कहा जाता है. फिर इसे आगे एसीटेट में बदल दिया जाता है, जिससे शरीर छुटकारा पाता है. अत्यधिक शराब पीने से सूजन और फ़ैट जमने लगते हैं, जो जिगर के विषाक्त पदार्थों को फ़िल्टर के कार्य में बाधा डालते है. इसलिए जरूरी है कि आप शराब का सेवन सीमित करें.

नींद सेहत के लिए ज़रूरी 

(फ़ोटो: iStock)

पर्याप्त नींद लें

हेल्थलाइन के अनुसार, स्वस्थ शरीर और शरीर के अंदर होने वाली प्राकृतिक विषहरण प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए रात की अच्छी नींद आवश्यक है. पबमेड के अनुसार, जब हम सो रहे होते हैं, तो हमारे शरीर को डिटॉक्स, रिफ्रेश और रिचार्ज करने का मौका मिलता है. नींद की कमी शरीर में विषाक्त पदार्थों के निर्माण का कारण बन सकती है, जो प्राकृतिक विषहरण की प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न करती है.

चीनी या प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों (प्रोसेस्ड फ़ूड) से बचें

फास्ट फूड का सेवन जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों को बढ़ाने में एक प्रमुख कारण बनता है. शक्कर और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल होने वाले तत्व मधुमेह, हृदय रोग और कैंसर के ख़तरे को बढ़ता है और ये स्थितियां किडनी और जिगर के प्राकृतिक कार्यों में हस्तक्षेप कर के शरीर की प्राकृतिक विषहरण प्रक्रिया पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं.

पौष्टिक फलों और सब्जियों के साथ स्वस्थ, ताजा आहार लें.

प्रोबायोटिक्स का सेवन बढ़ाएं

हमारी आंत भी प्राकृतिक विषहरण की प्रक्रिया में एक प्रमुख खिलाड़ी है क्योंकि आंतों की कोशिकाएं शरीर को उत्सर्जन और विषहरण में मदद करती हैं।

प्रोबायोटिक्स, नामक अच्छे बैक्टीरिया के विकास के लिए आवश्यक खाद्य ‘फाइबर प्रोबायोटिक्स', शॉर्ट-चेन फैटी एसिड नामक पोषक तत्वों के उत्पादन के लिए जिम्मेदार होते हैं, जो हमें स्वस्थ बनाए रखने में प्रभावी होते हैं। अच्छे बैक्टीरिया की कमी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकती है और विषहरण प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है।

पबमेड के अनुसार, यह महत्वपूर्ण है कि आप एक अच्छी मौखिक स्वच्छता रखें, कम एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग करें और टमाटर, लहसुन, प्याज, केला जैसे खाद्य पदार्थ खाएं, जो अच्छे बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देते हैं।

फल, सब्जियां, मसाले एंटीऑक्सीडेंट होते हैं 

(फ़ोटो: iStock)

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर खाद्य पदार्थ खाएं

एंटीऑक्सीडेंट कोशिकाओं को मुक्त कणों के कारण होने वाले नुकसान से बचाते हैं, जो ऑक्सीडेटिव तनाव के कारण उत्पन्न होते हैं। पाचन जैसी प्रभावी सेलुलर प्रक्रियाओं के लिए शरीर स्वाभाविक रूप से अणुओं को बदल देता है।

पबमेड के अनुसार, इससे होने वाले नुकसान से कैंसर, हृदय रोग, जिगर में समस्या आदि हो सकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आहार ऑक्सीडेटिव तनाव के जोखिम को कम कर सकता है और आपके शरीर को विषाक्त पदार्थों से छुटकारा पाने में मदद कर सकता है।

जामुन, फल, सब्जियां, मसाले आदि आपको विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन ए, सेलेनियम, लाइकोपीन आदि जैसे एंटीऑक्सीडेंट के उच्चतम स्तर को प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं.

नमक कम ही अच्छा 

(फ़ोटो: iStock)

नमक की मात्रा कम रखें 

अतिरिक्त पानी से छुटकारा पाना भी आपके शरीर के लिए डिटॉक्सिफिकेशन का एक तरीक़ा है. कुछ मामलों में जैसे, कम पानी का सेवन, अधिक नमक, या यदि आप लीवर या किडनी की ख़राब स्थिति से पीड़ित हैं, तो आपका शरीर तरल पदार्थ बनाए रखने के लिए पानी को बचा कर रखता है.

यूएस एनआईएच के अनुसार, जब आपके शरीर में बिना पानी के अतिरिक्त नमक होता है, तो यह एक एन्टिडाययूरेटिक हार्मोन पैदा करता है, जो आपको पेशाब करने से रोकता है, जिससे टॉक्सिन का निर्माण होता है।

नमक का कम सेवन और अधिक पानी पीने से बार-बार पेशाब होती है, जो आपको अतिरिक्त पानी और विषाक्त पदार्थों से छुटकारा दिलाता है.

पसीना

एनसीबीआई के एक अध्ययन के अनुसार, पसीना शरीर को डिटॉक्स करने का प्राकृतिक तरीका है। पसीना शरीर को सीसा, पारा, आर्सेनिक और कैडमियम जैसे हानिकारक विषाक्त पदार्थों से छुटकारा पाने में मदद कर सकता है, जो आपके शरीर के लिए अनावश्यक बोझ हैं.

पबमेड के अनुसार, नियमित व्यायाम आपको लंबे समय तक जीने में मदद कर सकता है और मधुमेह, हृदय रोग, कैंसर और उच्च रक्तचाप को दूर रखने में सहायक होता है। व्यायाम सूजन के जोखिम को भी कम करता है, जो आपके विषहरण प्रणाली को प्रभावित कर सकता है।

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