कोरोना वायरस के बीच चीन में एक और संक्रामक बीमारी ब्यूबोनिक प्लेग के मामले मिले हैं. ब्यूबॉनिक प्लेग को ब्लैक डेथ भी कहते हैं, जो एक बैक्टीरियल बीमारी है. ये जानलेवा भी हो सकता है.
उत्तरी चीन के बयन्नुर शहर में इस बीमारी के संदिग्ध केस रिपोर्ट हुए हैं. ये शहर मंगोलिया के स्वायत्त क्षेत्र में स्थित है. स्थानीय मीडिया पीपल्स डेली के मुताबिक सरकार ने प्लेग को फैलने से रोकने के लिए वॉर्निंग भी जारी कर दी है.
शनिवार को बयन्नुर शहर के हॉस्पिटल में ब्यूबोनिक प्लेग के संदिग्ध केस रिपोर्ट हुए हैं. स्थानीय हेल्थ अथॉरिटी ने कहा है कि ये वॉर्निंग पीरियड 2020 के आखिर तक जारी रहेगा.
अथॉरिटी ने ये भी कहा है कि ‘अभी शहर में इंसानी प्लेग महामारी फैलने का खतरा है. लोगों को खुद के बचाव और जागरुकता पर ध्यान देना चाहिए. साथ ही लोगों को अजीब स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत होने पर रिपोर्ट करना चाहिए.’
2 पॉजिटिव केस सामने आए
1 जुलाई को चीन की सरकार न्यूज एजेंसी जिन्हुआ ने बताया था कि ब्यूबोनिक प्लेग के 2 संदिग्ध केस पश्चिमी मंगोलिया में मिले हैं जिनको लैब में जांचने पर टेस्ट पॉजिटिव आए हैं. कंफर्म केस में 27 साल का एक नागरिक और उसका 17 साल का छोटा भाई शामिल हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया है कि इन दोनों को अलग-अलग हॉस्पिटल में इलाज दिया जा रहा है.
कैसे फैला संक्रमण?
अधिकारियों ने बताया है कि दोनों भाइयों ने मरमोट(गिलहरी की एक प्रजाति) मीट खाया था. इसके बाद सभी को चेतावनी जारी की गई है कि लोग मरमोट मीट न खाएं. इन लोगों के संपर्क में जो 146 लोग आए हैं उनको आइसोलेट किया जा रहा है और इलाज किया जा रहा है.
क्या है ब्यूबोनिक प्लेग?
ब्यूबोनिक प्लेग फैलाने वाले यर्सिनिया पेस्टिस बैक्टीरियम (Yersinia Pestis Bacterium) हैं. ये बैक्टीरिया शरीर के लिंफ नोड्स, खून और फेफड़ों पर असर डालता है. इससे स्किन काली पड़कर सड़ने लगती है.
ये किसी संक्रमित चूहे, गिलहरी या पिस्सू के काटने से होता है. या इनका मीट खाने से होता है. ये संक्रमित इंसानों के संपर्क में आने वाले सामान से भी फैल सकता है.
ब्यूबोनिक प्लेग लिम्फैटिक सिस्टम (इम्यून सिस्टम का एक हिस्सा) को संक्रमित करता है, जिससे लिम्फ नोड्स में सूजन होती है. इलाज न मिलने पर ये खून (सेप्टिकम प्लेग बन सकता है) या फेफड़ों में जा सकता है (न्यूमोनिक प्लेग का रुप ले सकता है).
आमतौर पर संक्रमण के 2 से 6 दिनों के भीतर ब्यूबोनिक प्लेग के लक्षण दिखाई देते हैं. उनमें शामिल है:
- बुखार और ठंड लगना
- सरदर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- सामान्य कमजोरी
- सीजर्स
मरीज लिम्फ ग्लैंड में दर्द और सूजन का अनुभव कर सकते हैं. ये आम तौर पर कमर, बगल, गर्दन या कीड़े के काटने या खरोंचने की जगह पर दिखाई देते हैं.
शुरुआती लक्षण दिखने पर इलाज नहीं मिला तो 24 घंटे के अंदर भी मौत हो सकती है.
ब्लैक डेथ ने यूरोप में मचाई थी तबाही
चौदहवीं सदी में यूरोप में ब्यूबोनिक प्लेग ने भारी तबाही मचाई थी. तब इस महामारी के चलते यूरोप की एक तिहाई आबादी खत्म हो गई थी. इसका परिणाम ये हुआ था कि यूरोप में खेतों में काम करने के लिए लोग कम पड़ने लगे थे. पूरी दुनिया के इतिहास पर इस महामारी ने गहरा असर डाला था.
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