दावा
चीन में फैले कोरोनावायरस को लेकर वॉट्सएप पर फॉरवर्ड किए जा रहे एक मैसेज में दावा किया है कि ये वायरस बहुत जल्द भारत में भी फैल सकता है. इसलिए कोल्ड ड्रिंक, आइसक्रीम, कुल्फी, प्रीजर्व्ड फूड, मिल्कशेक, दो दिन पुरानी दूध की मिठाइयों से कम से कम 90 दिनों के लिए परहेज करें.
क्या खाने-पीने की कुछ चीजों से है नोवेल कोरोनावायरस का खतरा?
क्या मैसेज में बताई गई चीजों से नोवेल कोरोनावायरस का खतरा हो सकता है? इस सिलसिले में फिट ने डॉक्टरों से बात की.
आर्टेमिस हॉस्पिटल में मेडिकल सर्विसेज के चीफ डॉ सुमित रे ने कहा, "इस दावे में कोई सच्चाई नहीं है. इस वायरस को लेकर चिंता इस बात की है कि ये इंसानों-से-इंसानों में फैल सकता है. जब तक खाने की कोई चीज संक्रमित शख्स से संक्रमित नहीं होती, जिसकी आशंका न के बराबर है, तब तक उससे कोरोनावायरस के संक्रमण का खतरा नहीं है."
नोवेल कोरोनावायरस संक्रमित शख्स के खांसने, छींकने या उसके द्वारा इस्तेमाल की गई उन चीजों के संपर्क से हो सकता है, जिस पर वायरस मौजूद हों. इसीलिए नियम से हाथ साफ करना जरूरी है.डॉ सुमित रे
इस पर इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल में इंटरनल मेडिसिन के सीनियर कंसल्टेंट डॉ सुरनजीत चटर्जी कहते हैं कि इस मैसेज में किए गए दावों के सपोर्ट में कोई सबूत नहीं है. उनके मुताबिक इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि मेडिकल कम्यूनिटी इस वायरस को ठीक से समझने में लगी हुई है.
रेस्पिरेटरी वायरस आमतौर पर ऐसा व्यवहार नहीं करते. इंसानों-से-इंसानों में इनका संचरण अब तक खांसने, छींकने या संक्रमित शख्स के करीब जाने से जुड़ा है न कि कोल्ड ड्रिंक, आइसक्रीम जैसी चीजों से.डॉ सुरनजीत चटर्जी
डॉ चटर्जी कहते हैं कि फिर भी इस वायरस को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है और किसी भी नए डेवलपमेंट पर हमें नजर रखना चाहिए.
कोरोनावायरस से बचने के लिए क्या करें?
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) की ओर से नोवेल कोरोनावायरस से बचाव के लिए कुछ उपाय अपनाने की सलाह दी गई है:
- अपने हाथ साफ रखें- समय-समय पर अपने हाथ साबुन या हैंड वॉश से धुलें.
- बुखार, खांसी और सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों के करीब जाने से बचें.
- मीट और अंडे को अच्छे से पकाकर ही खाएं.
- जानवरों के असुरक्षित संपर्क से बचें.
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