ADVERTISEMENTREMOVE AD
मेंबर्स के लिए
lock close icon

वैक्सीनेशन के बाद कोरोना संक्रमण की मुख्य वजह डेल्टा वेरिएंट: ICMR

Updated
Fit Hindi
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

कोरोना वायरस SARS-CoV-2 के अत्यधिक संक्रामक डेल्टा वेरिएंट ने भारत में महामारी की विनाशकारी दूसरी लहर के दौरान 80 प्रतिशत से अधिक लोगों को संक्रमित किया है.

यहां तक कि कोरोना वैक्सीन की कम से कम एक या फिर दोनों डोज लेने के बाद भी संक्रमित होने वाले 86 प्रतिशत लोग डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित हुए.

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की ओर से कराई गई एक स्टडी में यह आंकड़ा सामने आया है.

ICMR ने कहा कि हालांकि, स्टडी से पता चलता है, कोविड वैक्सीन से अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु दर में कमी लाने में मदद मिली है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कोविड वैक्सीन की एक या दोनों डोज ले चुके ऐसे 677 लोगों के सैंपल लिए गए, जो कोविड पॉजिटिव पाए गए थे.

ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन यानी वैक्सीनेशन के बाद संक्रमण पर आधारित स्टडी में पाया गया कि 80% से ज्यादा ब्रेकथ्रू संक्रमण वाले केस डेल्टा वेरिएंट के रहे.

इस स्टडी के लिए सैंपल 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से लिए गए थे.

स्टडी के नतीजे

इस स्टडी के मुताबिक कोरोना वैक्सीन गंभीर COVID से बचाने में कारगर है

(फोटो: IANS)

  • 677 मामलों में से 482 (71 प्रतिशत) मामले लक्षण वाले थे.

  • 71 लोगों (9.8 प्रतिशत) को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ी.

  • 677 लोगों में से 3 की मौत हो गई.

  • संक्रमित लोगों में बुखार ज्यादा देखा गया, 69 प्रतिशत संक्रमितों को बुखार रहा, 56 प्रतिशत संक्रमित लोगों के शरीर में दर्द, सिर दर्द और मिचली की समस्या रही, 45 फीसदी लोगों को खांसी, गले में खराश 37 प्रतिशत लोगों को, 22 प्रतिशत लोगों की सूंघने और स्वाद की क्षमता प्रभावित हुई, 6 प्रतिशत लोगों को दस्त, 6 प्रतिशत लोगों को सांस फूलना 1 फीसदी लोगों को आंखों में जलन और लाली रही.

0

677 में से 604 (89%) लोगों को कोविशील्ड (Covishield), 71 (10.5%) लोगों को कोवैक्सीन (Covaxin) लगी थी. दो लोगों को Sinopharm की वैक्सीन लगी थी.

देश के दक्षिणी, पश्चिमी, पूर्वी और उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों के लोगों में ब्रेकथू इन्फेक्शन के मामले डेल्टा और कप्पा वेरिएंट के रहे जबकि उत्तरी और मध्य क्षेत्रों के लोगों ब्रेकथू इन्फेक्शन के मामले अल्फा, डेल्टा और कप्पा वेरिएंट के रहे.

कोरोना वायरस SARS-CoV-2 का डेल्टा वेरिएंट पूरी दुनिया के लिए चिंता की वजह बन चुका है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, डेल्टा वेरिएंट 111 से अधिक देशों में फैल गया है. WHO को आशंका है कि यह जल्द ही दुनिया भर में फैलने वाला प्रमुख कोविड-19 स्ट्रेन होगा.

(इनपुट- आईएएनएस, इंडियन एक्सप्रेस)

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×