वायु प्रदूषण इस हद तक खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है कि दिल्ली में हेल्थ इमरजेंसी घोषित करनी पड़ गई. डॉक्टर दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों से दूर रहना ही बेहतर बता रहे हैं. लोगों को घर से बाहर ना निकलने की सलाह दी जा रही है और स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं.
एयर प्यूरिफायर, एंटी पॉल्यूशन मास्क, इंडोर प्लांट्स- प्रदूषित हवा से निपटने के तमाम तरीके बताए जा रहे हैं. इन उपायों के अलावा सोशल मीडिया पर कुछ फूड आइटम को भी प्रदूषण के खतरनाक असर को कम करने का जरिया बताया जा रहा है.
यूं तो हेल्दी खाना हमेशा अच्छा होता है, लेकिन क्या वाकई खाने की कुछ चीजें प्रदूषण के प्रभावों से निपटने में मदद कर सकती हैं?
दावा
भयानक स्तर पर पहुंच चुके एयर पॉल्यूशन के बीच हमारे पास भी एक वॉट्सएप फॉरवर्ड आया जिसमें बताया गया है कि विटामिन C, ओमेगा फैटी एसिड, मैग्नीशियम से भरपूर चीजें प्रदूषित हवा से सेहत को होने वाले नुकसाक को कम करने में मददगार हो सकती हैं.
इस मैसेज में तुलसी, अदरक, नींबू, काजू, अखरोट और गुण खाने की सलाह दी गई है.
ये चीजें कितनी प्रभावी हो सकती हैं, ये जानने के लिए हमने बात की सर गंगाराम अस्पताल में चेस्ट सर्जन और लंग केयर फाउंडेशन के फाउंडर डॉ अरविंद कुमार और कंसल्टेंट न्यूट्रिशनिस्ट डॉ रुपाली दत्ता से.
सही या गलत?
डॉ अरविंद ने बताया कि आज पॉल्यूशन जिस हद तक बढ़ चुका है, ऐसे हालात में कोई भी उपाय प्रदूषित हवा के नुकसान से नहीं बचा सकता.
जहां तक अदरक, हल्दी, आंवला, नींबू इन सब चीजों का सवाल है, मैं खुद इनका सेवन करता हूं. लेकिन मैं एक डॉक्टर और साइंटिस्ट के तौर पर मैं किसी भी तरह दावे के साथ ये नहीं कह सकता कि इन्हें खाने से सेहत पर प्रदूषण का बुरा असर नहीं पड़ेगा.डॉ अरविंद कुमार
डॉ कुमार ने बताया कि ये तब कहा जा सकता है, जब आप 100 लोगों को लें, उनको दो ग्रुप में डिवाइड करें. एक ग्रुप ये चीजें खाए और दूसरा ग्रुप ये चीजें ना खाए. उन्हें प्रदूषित हवा के संपर्क में रहने दें, पांच साल बाद उनको स्टडी करें. अगर ये चीजे खाने वाले ग्रुप में समस्याएं कम हुईं और ना खाने वाले ग्रुप में ज्यादा हुईं. फिर आप कह सकते हैं कि इन चीजों से प्रोटेक्शन होता है.
मेरा ये कहना है कि इन सब चीजों से कोई नुकसान नहीं है. वैसे भी जितनी रंगीन सब्जियां होती हैं, उनमें एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा बहुत होती है और एंटीऑक्सीडेंट्स हमारे शरीर के रिपेयरेटिव प्रोसेस को चुस्त करता है. ये नुकसान को रोक सकते हैं, मैं इस बात से इनकार नहीं करता, लेकिन ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है, जिसके आधार पर ये दावा किया जा सके. शायद ये चीजें इतनी असरदार होती हों.डॉ अरविंद कुमार
डॉ कुमार हाइड्रेशन पर भी जोर देते हैं, उनके मुताबिक अगर शरीर में फ्लूइड की मात्रा कम होगी, तो ज्यादा नुकसान होगा. इसलिए शरीर में पानी की कमी ना होने दें.
वहीं कंसल्टेंट न्यूट्रिशनिस्ट डॉ रुपाली दत्ता वायु प्रदूषण के हानिकारक असर से निपटने के एक उपाय के तौर पर विटामिन C, विटामिन E, ओमेगा-3 फैट से भरपूर चीजें लेने की सलाह देती हैं.
वो कहती हैं,
बढ़ते प्रदूषण के साथ अपने आप को अंदर से मजबूत करना जरूरी है और एंटीऑक्सीडेंट्स एयर पॉल्यूशन से शरीर को होने वाले नुकसान से बचाने और उससे उबरने में मददगार हो सकते हैं.
जीवा आयुर्वेद के डायरेक्टर डॉ प्रताप चौहान भी इससे पहले फिट से हुई बातचीत में बता चुके हैं कि तुलसी, अदरक, हल्दी, काली मिर्च जैसी चीजों का इस्तेमाल प्रदूषित हवा के बुरे असर से निपटने में किया जा सकता है.
हल्दी और अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते है.अदरक म्यूकस को बाहर करने में लाभकारी है, वहीं हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं.
(एयर पॉल्यूशन पर फिट ने #PollutionKaSolution कैंपेन लॉन्च किया है. आप भी हमारी इस मुहिम का हिस्सा बन सकते हैं. आप #AirPollution को लेकर अपने सवाल, समाधान और आइडियाज FIT@thequint.com पर भेज सकते हैं.)
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