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FAQ: शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाने से क्या होता है?

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Health News
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आपने यूरिक एसिड बढ़ने के बारे में सुना होगा कि ब्लड में हाई यूरिक एसिड लेवल के कारण किसी को जोड़ों में (खासकर पैरों के अंगूठे का जोड़ या टखनों में) तेज दर्द होता हो.

ब्लड में यूरिक एसिड बढ़ जाने से क्या होता है? यूरिक एसिड बढ़ने की क्या वजह होती है? इसका कैसे पता चलता है? ये समस्या कितनी गंभीर हो सकती है?

हाई यूरिक एसिड लेवल से जुड़े सवालों के जवाब के लिए फिट ने इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल में इंटरनल मेडिसिन के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. तरुण साहनी से बात की है.

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1. यूरिक एसिड ज्यादा होने का क्या मतलब होता है?

यूरिक एसिड एक वेस्ट प्रोडक्ट है, जो कि ब्लड में पाया जाता है. ये तब बनता है जब बॉडी में प्यूरिन नाम का केमिकल ब्रेक होता है. ज्यादातर यूरिक एसिड ब्लड में मिल जाते हैं और किडनी से होते हुए पेशाब के जरिए बाहर निकल जाते हैं.

2. क्यों बढ़ जाती है यूरिक एसिड की मात्रा?

यूरिक एसिड का लेवल दो वजहों से बढ़ सकता है:

  1. यूरिक एसिड का अधिक प्रोडक्शन
  2. यूरिक एसिड के उत्सर्जन में कमी

ये दोनों चीजें एक साथ भी हो सकती हैं.

शरीर में यूरिक एसिड का अधिक प्रोडक्शन प्यूरिन से भरपूर डाइट, प्यूरिन के मेटाबॉलिज्म में गड़बड़ी, कोशिकाओं के अत्यधिक निर्माण और क्षति के कारण हो सकता है.

प्यूरिन के डाइटरी सोर्स भी हैं और ये बॉडी में प्रोटीन के ब्रेकडाउन से भी बनता है.

वहीं यूरिक एसिड के उत्सर्जन में कमी का कारण किडनी की बीमारी हो सकती है.

डॉ तरुण साहनी भी बताते हैं कि खाने की चीजें और ड्रिंक्स जिनमें प्यूरिन ज्यादा होता है, उससे यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है. उनके मुताबिक ज्यादातर मामलों में हाई यूरिक एसिड लेवल तब होता है, जब किडनी प्रभावी तरीके से यूरिक एसिड को बाहर न कर पा रही हो.

वजन ज्यादा होना, डायबिटीज, कुछ तरह की डाइयूरेटिक्स लेना और बहुत ज्यादा शराब पीने से भी यूरिक एसिड को बाहर करने की प्रक्रिया धीमी हो सकती है.
डॉ तरुण साहनी, सीनियर कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन, इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल
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3. शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने से क्या दिक्कतें हो सकती हैं?

अगर शरीर में यूरिक एसिड का लेवल हाई रहे, तो हाइपरयूरिसीमिया नाम की कंडिशन होती है. इससे यूरिक एसिड के क्रिस्टल बन सकते हैं. ये क्रिस्टल जोड़ों में सेटल हो सकते हैं और गाउट का कारण बन सकते हैं. गाउट एक तरह का अर्थराइटिस है, जिसमें बहुत दर्द होता है. ये किडनी में भी सेटल हो सकते हैं और पथरी बना सकते हैं.

4. हाई यूरिक एसिड का कैसे पता चलता है?

यूरिक एसिड का लेवल जानने के लिए ब्लड सैंपल लिया जाता है. अगर किडनी स्टोन निकाला गया है, तो उस स्टोन की भी जांच करी जा सकती है कि वो यूरिक एसिड स्टोन है या कोई दूसरे तरह का स्टोन. इसके लिए यूरिन टेस्ट भी किया जाता है.

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4. कितनी गंभीर हो सकती है ये समस्या?

अगर ट्रीटमेंट न किया जाए तो यूरिक एसिड का हाई लेवल आखिरकार हड्डियों, जोड़ों और ऊतकों को परमानेंट डैमेज कर सकता है, ये किडनी की बीमारी और दिल की बीमारी कर सकता है. रिसर्च में हाई यूरिक एसिड और टाइप 2 डायबिटीज, हाई बीपी और फैटी लिवर डिजीज के बीच लिंक देखा गया है.

किन चीजों से परहेज जरूरी हो जाता है?

हाई प्यूरिन वाली चीजें जैसे मीट खाने से बचें, जो ब्लड में हाई यूरिक एसिड के लिए योगदान देते हैं. रेड मीट, कुछ सी फूड, चीनी वाली चीजें, एल्कोहल और बीयर जैसे ड्रिंक्स भी यूरिक एसिड का लेवल बढ़ाने में योगदान दे सकते हैं.

दिल्ली पेन मैनेजमेंट सेंटर में पेन मैनेजमेंट स्पेशलिस्ट डॉ. ध्रुव बिबरा बताते हैं कि यूरिक एसिड के मामले में रेड मीट और राजमा, छोले, चने, साबुत मूंग, साबुत मसूर जैसी दालों से परहेज करना चाहिए. वहीं सब्जियों में मटर, पालक, पत्ता गोभी, बैंगन खाने से बचना चाहिए खासकर जब एक्यूट अटैक हो.

(ये लेख आपकी सामान्य जानकारी के लिए है, यहां किसी बीमारी के इलाज का दावा नहीं किया जा रहा, बिना अपने डॉक्टर की सलाह लिए कोई उपाय न करें. स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए फिट आपको डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह देता है.)

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