एक तरफ कोरोना के नए मामलों में तेजी देखी जा रही है, दूसरी तरफ ब्लड क्लॉटिंग और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की COVID-19 वैक्सीन को लेकर चिंता वैक्सीन के प्रति झिझक को बढ़ा सकती है और वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को बाधित कर सकती है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक ऐसा हो सकता है कि एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन और कम प्लेटलेट्स के साथ खून के थक्के बनने की दुर्लभ घटना के बीच संबंध हो, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी ने क्या पाया है?
इससे पहले यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी (EMA) ने पुष्टि की थी कि ब्लड क्लॉटिंग और प्लेटलेट्स कम होने के मामले एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन डोज लगने से जुड़े हैं, लेकिन अभी भी इसे बहुत ही दुर्लभ प्रभाव के रूप में मानना चाहिए.
अपने ताजा मूल्यांकन में, EMA विशेषज्ञों ने अत्यंत दुर्लभ रक्त के थक्कों और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका जैब के बीच एक संभावित कारण लिंक की पुष्टि की, लेकिन ये भी कहा कि COVID-19 को रोकने के लिए वैक्सीन के समग्र लाभ साइड इफेक्ट्स के जोखिमों से ज्यादा हैं.
ऐसी घटनाएं बहुत दुर्लभ हैं: WHO
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, WHO की वैक्सीन सुरक्षा पर वैश्विक सलाहकार समिति (GACVS) ने बुधवार 7 अप्रैल को एक अंतरिम बयान जारी कर कहा कि ऐसी घटनाएं बहुत दुर्लभ हैं.
लगभग 20 करोड़ एस्ट्राजेनेका वैक्सीन पाने वाले लोगों के बीच ऐसे बहुत कम मामलों की सूचना मिली है.
हालांकि इस संभावित संबंध को पूरी तरह से समझने के लिए विशेष अध्ययन की जरूरत है और GACVS ने कहा है कि वह आगे भी आंकड़ों को इकट्ठा करना और उनकी समीक्षा करना जारी रखेगा.
GACVS ने यह भी कहा कि टीकाकरण के बाद होने वाली दुर्लभ प्रतिकूल घटनाओं का मूल्यांकन उन आंकड़ों से करना चाहिए कि वैक्सीन कोविड-19 संक्रमण और मौतों को कम करने में कितनी प्रभावी रही है क्योंकि WHO के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार 7 अप्रैल 2021 तक दुनिया भर में कोविड-19 से कम से कम 26 लाख लोगों की जान जा चुकी है.
बता दें कि कई यूरोपीय देशों ने सामने आई प्रतिकूल घटनाओं के जोखिम को देखते हुए एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के उपयोग को रोक दिया है या निलंबित कर दिया है.
(इनपुट: आईएएनएस)
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)