ADVERTISEMENTREMOVE AD

स्मार्टफोन और कंप्यूटर से इस तरह खराब होती है आपकी नींद

स्मार्टफोन और कंप्यूटर से निकलने वाली लाइट इस तरह आपको प्रभावित करती है

Updated
फिट
1 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

वैज्ञानिकों ने इस बात का पता लगा लिया है कि स्मार्टफोन और कंप्यूटर से निकलने वाली लाइट किस तरह आपकी नींद को प्रभावित करती है. इस खोज से माइग्रेन, अनिद्रा, जेट लैग और जैविक घड़ी से जुड़े डिसऑर्डर्स के नए तरह के इलाज में मदद मिल सकती है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

अमेरिका के साल्क इंस्टीट्यूट के रिसर्चर्स ने पाया कि आंखों की कुछ कोशिकाएं आसपास की लाइट को प्रोसेस करती हैं और हमारे बॉडी क्लॉक को रीसेट करती हैं.

ये कोशिकाएं जब देर रात में आर्टिफिशियल रोशनी के संपर्क में आती हैं, तो हमारी आंतरिक घड़ी प्रभावित हो जाती है. नतीजन सेहत से जुड़ी कई परेशानियां होने लगती हैं.

इसके परिणाम ‘सेल रिपोर्ट्स' पत्रिका में प्रकाशित हुए हैं. इनकी मदद से माइग्रेन (आधे सिर का दर्द), अनिद्रा, जेट लैग (विमान यात्रा की थकान और उसके बाद रात और दिन का अंतर न पहचान पाना) और सर्कैडिअन रिदम विकारों (नींद के समय पर प्रभाव) जैसी समस्याओं का नया इलाज खोजा जा सकता है.

0

रिसर्चर्स के मुताबिक इन विकारों को काग्निटिव (संज्ञानात्मक) डिस्फंक्शन, कैंसर, मोटापे, इंसुलिन के प्रति प्रतिरोध, मेटाबॉलिक सिंड्रोम और कई दूसरी बीमारियों से जोड़ कर देखा जाता रहा है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें