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कोरोना: सरकार ने कहा- कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं, मृत्यु दर भी कम

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भारत में कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर गुरुवार को करीब एक महीने बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. गृह मंत्रालय और ICMR भी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का हिस्सा थे. स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) राजेश भूषण ने कहा कि फिलहाल भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन स्टेज नहीं है, 'लोकलाइज्ड आउटब्रेक' हो रहे हैं. यानी कहीं-कहीं स्थानीय स्तर पर केसों की संख्या में विस्फोट हो रहा है. उन्होंने कहा कि WHO ने भी कम्युनिटी ट्रांसमिशन की कोई मानक परिभाषा नहीं दी है.

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प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन बातों की जानकारी दी गई-

  • प्रति दस लाख की आबादी पर कोरोना के मामलों को देखें तो अब भी भारत में केस दुनिया में सबसे कम हैं. प्रति 10 लाख आबादी पर 538 केस हैं.
  • सबसे कम मौतें भारत में हो रही है. प्रति दस लाख की आबादी पर 15 मौत हो रही हैं.
  • 9 जुलाई तक देश में मरीजों की रिकवरी रेट 62.09% हो गई है.
  • 45 साल से ऊपर की जनसंख्या में 85% मामलों में मौत हुई है.
  • देश में कोरोना जांच की संख्या बढ़ाई गई है. रोजाना औसतन 2.6 लाख नमूनों की जांच हो रही है.
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भारत में विकसित हो रहीं दो वैक्सीन, क्लीनिकल ट्रायल अभी नहीं

स्वदेशी वैक्सीन के बारे में जानकारी देते हुए राजेश भूषण ने कहा भारत बायोटेक और कैडिला हेल्थकेयर वैक्सीन डेवलप कर रही हैं. दोनों वैक्सीनों ने इजाजत मिलने के बाद एनिमल टॉक्सिसिटी स्टडी पूरी कर ली है यानी जानवरों पर इसके असर को परखा जा चुका है. ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने इन दोनों वैक्सीनों को पहले और दूसरे फेज के क्लिनीकल ट्रायल को मंजूरी दे दी है. इसके लिए जगह का चयन भी किया जा चुका है. हालांकि अभी इन वैक्सीन के ट्रायल शुरू नहीं हुए हैं.

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