ADVERTISEMENTREMOVE AD

सेक्सॉल्व: “मेरे पति को कम उम्र की लड़कियों में दिलचस्पी है”

Updated
Fit Hindi
9 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

सेक्सॉल्व समता के अधिकार के पैरोकार हरीश अय्यर का FIT पर सवाल-जवाब आधारित कॉलम है.

अगर आपको सेक्स, सेक्स के तौर-तरीकों या रिलेशनशिप से जुड़ी कोई परेशानी है, कोई उलझन है, जिसे आप हल नहीं कर पा रहे हैं, या आपको किसी तरह की सलाह की जरूरत है, किसी सवाल का जवाब चाहते हैं या फिर यूं ही चाहते हैं कि कोई आपकी बात सुन ले- तो हरीश अय्यर को लिखें, और वह आपके लिए ‘सेक्सॉल्व’ करने की कोशिश करेंगे. आप sexolve@thequint.com पर मेल करें.

पेश हैं इस हफ्ते के सवाल-जवाबः

ADVERTISEMENTREMOVE AD

“मेरे पति कम उम्र की लड़कियों के बारे में सोचते हुए मास्टरबेशन करते हैं”

‘मेरे पति कम उम्र की लड़कियों में रुचि रखते हैं और चाहते हैं कि मैं भी जवान दिखूं ’
(प्रतीकात्मक तस्वीर: iStock)

डियर रेनबोमैन,

मेरे पति को एक अजीब सनक है और मैं इसके बारे में किसी से बात करना चाहती हूं. मुझे नहीं पता कि आप इसे सही भावना में लेंगे या नहीं. हम दोनों की उम्र अब 50 की हो रही है. हम दोनों ने अच्छे पैसे कमाए और अब मेरे पति रिटायर हो चुके हैं. इस तरह हम निश्चित रूप से बूढ़े हो चुके हैं लेकिन हमारी सेक्स लाइफ हमेशा की तरह जवान है. मेरे पति चाहते हैं कि मैं हमेशा जवान रहूं. वह सुनिश्चित करते हैं कि मैं हमेशा अच्छी दिखूं, वह मेरे बदन पर चर्बी नहीं चाहते. मुझे बोटॉक्स और फेसलिफ्ट्स और ऐसी हर चीज के लिए भेजते हैं. मुझे इस पर एतराज नहीं है क्योंकि बुनियादी रूप से उन्हें अच्छा लगता है जब लोग मेरे बारे में अच्छी बातें कहते हैं. वह चाहते हैं कि उनकी बीवी हमेशा जवान दिखे, मुझे इससे कोई समस्या नहीं है. मेरी समस्या कुछ और है. पिछले महीने, मेरे पति ने कबूल किया कि वह कम उम्र लड़कियों के बारे में सोचते हुए मास्टरबेशन करते हैं. 19 साल की लड़की की मां के तौर पर मुझे अचानक फिक्र हो उठी है. मुझे अपने पति पर भरोसा है. मुझे पता है कि वह औरतबाज नहीं हैं. अब मैं सोचती हूं कि क्या वह सिर्फ इसलिए मेरे जवान दिखने पर जोर देता था क्योंकि उसे कम उम्र की लड़कियों के साथ सेक्स करना पसंद है? इसके अलावा, मुझे उस पर शक नहीं है. मुझे गलत ना समझें, लेकिन क्या मुझे उस समय नजर रखने की जरूरत है जब वह मेरी बेटी या उसकी दोस्तों के साथ हों? इसके अलावा, कोई कानूनी समस्या जिसका सामना मेरे पति को करना पड़ सकता है, कुछ ऐसा जिसके बारे में उन्हें सावधान रहने की जरूरत है?

परेशान मम्मी

डियर परेशान मम्मी,

मुझे लिखने के लिए शुक्रिया.

सबसे पहले बता दूं, यह एक मिथक है कि रिटायर होने के बाद लोगों की सेक्स लाइफ खत्म हो जाती है. बल्कि कभी-कभी इसके उलट भी होता है, क्योंकि लोगों के पास अपने जीवन को समझने और अपने करीबियों के ज्यादा करीब आने के लिए ज्यादा वक्त होता है. जब तक आप एक रजामंद पार्टनर हैं जो सेक्स को उतना ही पसंद करती है जितना उसका पति, तो यह बहुत अच्छा है.

आपने कहा कि आपका जवान दिखना आपके पति को पसंद है. आपने यह नहीं बताया कि आपको क्या पसंद है. क्या आप “ब्यूटी ट्रीटमेंट” कराना पसंद करती हैं? अगर आप इसे पसंद करती हैं, तो किसी को भी आपको इससे रोकने का अधिकार नहीं दिया जाना चाहिए. आप अपनी मर्जी की मालिक हैं. हालांकि, अगर आपको यह पसंद नहीं है, तो मैं आपसे अपने लिए विरोध करने का अनुरोध करता हूं.

क्योंकि आप उसकी जरूरतों और उसकी ख्वाहिशों को कब तक अपने ऊपर ओढ़ती रहेंगी? मुझे उम्मीद है कि ऐसा समय आएगा जब आप अपने शरीर की मालिक होंगी और किसी दूसरे को अपनी फैंटेसी साकार करने के लिए इसे एक कैनवास के रूप में इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं देंगी.

मेरा आपको डराने का इरादा नहीं है, लेकिन मुझे आपको बता देना चाहिए कि सारे आकर्षणों के बावजूद, बोटॉक्स जैसे मेडिकल ट्रीटमेंट के साथ हेल्थ रिस्क होते हैं. मुझे उम्मीद है कि आपके डॉक्टर ने आपको इसके बारे में बता दिया होगा और आपने पूरी तरह सोच-विचार के बाद ही यह फैसला लिया होगा.

0
अब, आपके पति के जवान महिलाओं के प्रति आकर्षण पर आते हुए, मैं सिर्फ इतना कहूंगा कि ऐसे विचारों पर कोई पाबंदी नहीं है, लेकिन कोई भी शख्स अपनी करतूतों के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा.

हमारा जीवन न्यूटन के गति के तीसरे नियम की तरह है जो कहता है कि, “प्रत्येक क्रिया के समान और विपरीत प्रतिक्रिया होती है.”

जब तक आपके पति सिर्फ सोचते/ फैंटेसी/ कल्पना कर रहे हैं, तब तक वह कानून की पकड़ से सुरक्षित हैं. लेकिन अगर वह बिना सहमति के ताक-झांक/ सेक्सी बातें/ छेड़छाड़ जैसी कोई भी हरकत करते हैं, तो इन अपराधों के लिए उन पर भारतीय अदालतों में मुकदमा चलाया जा सकता है. उनका मन किसी के भी बारे में और कुछ भी सोचने के लिए आजाद है, लेकिन उनके ख्यालों को अमल में ना बदलने दें.

आपके संदेश से साफ नहीं होता है कि क्या वह 18 साल से कम उम्र के लोगों के प्रति आकर्षित होते हैं. उन्हें पता होना चाहिए कि POCSO (प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्रॉम सेक्शुअल ऑफेंस एक्ट) नाम का एक बहुत ही कड़ा कानून है, जिसका इस्तेमाल उनके खिलाफ किया जा सकता है, अगर वह अपने विचारों को 18 साल से कम उम्र के किसी शख्स पर अमल में लाते हैं.

अगर वह 18 साल से कम उम्र के लोगों के बारे में ये विचार बनाते हैं, लेकिन उन ख्वाहिशों पर अमल नहीं करते हैं, तो वह कानून का उल्लंघन नहीं करने वाले पीडोफाइल हो सकते हैं (उन बच्चों के प्रति आकर्षित होना है, जिनकी किशोरावस्था नहीं आई है), कानून का उल्लंघन नहीं करने वाला हेबोफाइल (उन बच्चों के प्रति आकर्षित होने वाला जो 11 और 14 वर्ष की आयु के बीच के हैं), या कानून का उल्लंघन नहीं करने वाला एफेबोफाइल (जो 15 से 19 वर्ष की आयु के बच्चों/युवा वयस्कों के प्रति आकर्षित होता है).

यह एक मनोविकार है और उन्हें अपनी ख्वाहिशों को काबू में रखने और उन ख्वाहिशों पर अमल नहीं करने के लिए मनोचिकित्सक के इलाज की जरूरत होगी. कृपया उन्हें एक अच्छे मनोचिकित्सक के पास ले जाएं, जो उनके विचारों के लिए उनकी आलोचना नहीं करेगा, बल्कि उन्हें सलाह देगा कि वह कैसे हमेशा के लिए खुद को काबू में रख सकते हैं. आप ज्यादा जानकारी के लिए उन्हें पुणे के KEM अस्पताल जाने के लिए कह सकती हैं. कृपया इस ट्विटर हैंडल और इस मैसेज को देखें. https://twitter.com/DontOffendIndia/status/1192748966007361536

मैंने ऊपर जो कहा वह आपको डराने के लिए नहीं था, मुझे माफ कीजिएगा अगर मैंने गलत धारणा बनाई कि वह 18 साल से कम उम्र के लोगों के प्रति आकर्षित होते हैं. लेकिन मैंने सोचा कि आपको इस तथ्य से अवगत कराना जरूरी है कि आपके पति के लिए मदद उपलब्ध है, सिर्फ उस हालत के लिए कि अगर कभी ऐसा हो जाए.

मैं चाहता हूं कि आप खुद पर और खुद की ख्वाहिशों पर ध्यान दें. आप क्या चाहती हैं और आप क्या नहीं चाहती हैं? क्या आप बोटॉक्स चाहती हैं? क्या आप जवान दिखना चाहती हैं? या क्या आप सिर्फ आप बनी रहना चाहती हैं और अपनी राह खुद बनाना चाहती हैं?

यही वक्त है कि आप अपनी जिंदगी की बागडोर अपने हाथों में लें और अपनी ख्वाहिशों को किसी दूसरे द्वारा तय ना करने दें. आप अपनी ख्वाहिशों से आजादी की हकदार हैं, ना कि किसी दूसरे द्वारा तय किए जाने के लिए.

अपनी जिंदगी को एक सोच दें.

मुस्कान के साथ

रेनबोमैन

अंतिम बातः दिल से दिल की बात के लिए आपको काउंसलर से भी मिलना चाहिए.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

"क्या एचआईवी पाजिटिव शख्स के साथ सेक्स करना सुरक्षित है"

"मैं एक HIV पॉजिटिव महिला से प्यार करता हूं"
(फोटो: iStock)

डियर रेनबोमैन,

मैं 38 वर्षीय पुरुष हूं, जो एक एचआईवी पॉजीटिव महिला मित्र से प्यार करता है. हालांकि हमने पेनिट्रेटिव सेक्स नहीं किया, लेकिन सेक्स की दूसरी गतिविधियों में शामिल रहे हैं. क्या यह मेरे लिए सुरक्षित है?

सादर

सकारात्मक प्रेम

ADVERTISEMENTREMOVE AD

डियर सकारात्मक प्यार,

मुझे लिखने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया.

सबसे पहले, अपनी जिंदगी में किसी खास को पाने के लिए आप दोनों को बधाई देता हूं.

इस वायरस के बारे में हर तरफ फैली गलत जानकारी और कलंक को देखते हुए किसी एचआईवी पॉजिटिव शख्स के साथ सेक्शुअल रिलेशनशिप के बारे में आपकी चिंताएं मैं समझ सकता हूं.

एचआईवी पॉजिटिव शख्स के नजरिये से, मैं आपको बता दूं कि वे भी प्यार महसूस कर सकते हैं, वे भी इस ग्रह के किसी भी शख्स की तरह सेक्स करना महसूस कर सकते हैं. हालांकि हम जोखिम के बारे में सोचते हैं, लेकिन अच्छी खबर यह है कि विज्ञान ने वायरस से बचने के तरीके ढूंढ लिए हैं.

HIV या ह्यूमन इम्यूनो डेफिशिएंसी वायरस प्रमुख रूप से खून में पाया जाता है (यह कुछ दूसरे बॉडी फ्ल्यूड्स जैसे स्पर्म और ब्रेस्ट मिल्क में भी होता है) और इसके फैलने का सबसे आम तरीका खून से खून का संपर्क है. जब पेनिस-वजाइना सेक्स या पेनिस-एनल सेक्स में घर्षण होता है, तो खरोंच या चोट आने की आशंका अधिक होती है और इसलिए रक्तस्राव की भी संभावना होती है. तो ऐसे मामले में असुरक्षित सेक्स संबंध से बचना चाहिए.

कंडोम आप और आपके पार्टनर के बीच एक लेयर का निर्माण करते हैं और सीधे पेनिस-वजाइन संपर्क से बचाते हैं. आपको यह सुनिश्चित करने की जरूरत होगी कि सेक्स की प्रक्रिया के दौरान कंडोम फट ना जाए.

अगर कंडोम फट जाता है, तो कृपया PEP (इसे आगे समझाया गया है) का सहारा लें. इसके साथ ही कंडोम का इस्तेमाल ओरल सेक्स के लिए भी किया जा सकता है. अगर सेक्स संबंध बनाने वाले पार्टनर के मसूढ़ों से खून आता है, तो एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के शरीर से किसी अन्य गैर-संक्रमित व्यक्ति के लिए अपना रास्ता खोज सकता है. ओरल सेक्स के दौरान एचआईवी के संपर्क को रोकने के लिए डेंटल डैम भी उपलब्ध हैं. याद रखें कि कंडोम और डेंटल डैम को दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है.

PREP और PEP उपलब्ध विकल्प हैं, लेकिन इन्हें काबिल डॉक्टर की सलाह पर ही लेना चाहिए. मैं समझाता हूं कि ये दोनों क्या हैं.

PREP या प्री एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस तब होता है, जब लोग HIV के संपर्क के बड़े जोखिम में HIV के खतरे को कम करने के लिए दवा लेते हैं. यहां तक कि अगर HIV वायरस आपके शरीर में प्रवेश कर जाता है, तो भी इसे आगे बढ़ने से रोकना चाहिए. फिर से कह दूं कि, मैं आपसे कोई भी दवा लेने से पहले हमेशा एक काबिल डॉक्टर की सलाह लेने का अनुरोध करूंगा.

दूसरी ओर PEP या पोस्ट-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस, उन उपायों के बारे में है जो एक बार वायरस के संपर्क में आ जाने के बाद अपनाए जाते हैं. इसलिए, अगर आपने अपने पार्टनर के साथ असुरक्षित सेक्स संबंध बनाए हैं, तो आप वायरस के संपर्क में आने के बाद शुरुआती 72 घंटों के भीतर इस दवा को लेकर जोखिम को कम कर सकते हैं... जितनी जल्दी, उतना बेहतर.

यहां तक कि अपने पार्टनर के वायरल काउंट पर नजर रखने की जरूरत है. अगर वायरल काउंट ज्यादा है, तो ट्रांसमिशन होने की अधिक आशंका है और कम होने पर इसका उलटा है. अगर वायरल काउंट कम और पकड़ में आने वाला नहीं है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि वायरस उसके शरीर में मौजूद नहीं है, लेकिन इसका मतलब है कि यह सामान्य होने के सबसे करीब है.

याद रखें कि HIV पॉजिटिव लोगों को अपने करीबियों से ही काफी भेदभाव का सामना करना पड़ता है. मैं नहीं चाहता कि आप अपने पार्टनर के प्रति कृपालु बनें. जान लीजिए कि जब सच्चा प्यार होता है, तो एक मामूली वायरस इसे नहीं रोक सकता है. प्यार हमेशा वायरस से ज्यादा मजबूत होता है.

डॉक्टर से मिलने और उसकी सलाह लेना मत भूलें. इसके अलावा, कृपया सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही दवा लें. खासकर PEP के बारे में, मुझे पता है कि इसके कुछ मामूली साइड इफेक्ट हो सकते हैं.

मुस्कान के साथ

रेनबो मैन

अंतिम बातः मैं फिर से दोहराता हूं, प्यार हमेशा वायरस से ज्यादा मजबूत होता है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

“मैं बहुत जल्दी स्खलित हो जाता हूं”

“मैं क्या करूं?”
(फोटो: iStockphoto)

डियर रेनबोमैन,

मैं 40 साल का शादीशुदा पुरुष हूं और दो प्यारे बच्चों का पिता हूं. मैंने आज तक एक खुशहाल सेक्स जीवन जिया है, हालांकि, अब मैं बहुत जल्द स्खलित हो जाता हूं... कुछ ही झटकों में. मैं इस समस्या को कैसे हल करूं?

सादर

चरमोत्कर्ष का संकट

ADVERTISEMENTREMOVE AD

डियर चरमोत्कर्ष का संकट,

मुझे लिखने के लिए शुक्रिया.

विड्राल और रिपीटिंग एक कारगर तरीका है. मास्टरबेशन के दौरान ऐसा किया जा सकता है. जब आप ऑर्गेज्म के कगार पर हों, तो अपने आप को रोक लें और पीछे हट जाएं/ मास्टरबेशन करना बंद कर दें. अपने दिमाग को किसी दूसरे ख्याल की तरफ मोड़ दें. फिर दोबारा मास्टरबेशन करें.

असल में इस तरीके से, आप अपने दिमाग को ऑर्गेज्म में देरी के लिए प्रशिक्षित कर सकते हैं. अगर यह उपाय काम नहीं करता है तो कृपया किसी सेक्सोलॉजिस्ट से मिलने में संकोच ना करें.

शीघ्रपतन एक मेडिकल अवस्था है. सबसे बेहतर हो अगर आप किसी डॉक्टर से मिल लें, जो सेक्सोलॉजिस्ट हो और उसकी सलाह लें.

मुस्कान के साथ

रेनबोमैन

अंतिम बातः अपने दिमाग को छेड़ें. कगार से वापस लौट आ जाएं.

(हरीश अय्यर एलजीबीटी कम्युनिटी, महिलाओं, बच्चों और जानवरों के अधिकारों के लिए काम करने वाले समान अधिकार एक्टिविस्ट हैं.)

(हम वाट्स एप पर अपनी न्यूज सर्विस जारी रखेंगे. इस बीच हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहें.)

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×