चीन में नोवेल कोरोनावायरस के प्रकोप के चलते भारत में बरती जा सावधानियों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्ष वर्धन ने 13 फरवरी को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया.
इस दौरान उन्होंने कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं, इस पर विस्तार से चर्चा की.
डॉ हर्ष वर्धन ने बताया कि इंटरनेशनल इमरजेंसी घोषित किए जाने से पहले ही भारत सरकार ने कोरोनावायरस को लेकर संज्ञान ले लिया था.
उन्होंने कहा कि भारत में हर स्तर पर निगरानी की जा रही है. चीन में संक्रमण के खबरों के शुरुआती दौर में ही देश में सभी मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी गई थी.
सभी राज्यों को निगरानी, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, क्लीनिकल मैनेजमेंट से जुड़ी गाइडलाइन और एडवाइजरी पहले ही जारी की जा चुकी है.
उन्होंने बताया कि शुरुआत में 7 एयरपोर्ट पर कोरोनावायरस से संक्रमण को लेकर स्क्रीनिंग शुरू की गई थी, अब 21 एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की जा रही है. सी-पोर्ट्स पर भी स्क्रीनिंग शुरू हो चुकी है. नेपाल में पहला केस सामने आते ही सीमा पर भी स्क्रीनिंग शुरू कराई गई.
उन्होंने बताया कि सरकार हाई अलर्ट पर है और हर स्तर पर पैनी निगरानी जारी है. संदिग्ध मामलों को आइसोलेट किया जा रहा है. वहीं वुहान से लाए गए भारतीयों को अलग-अलग कैंपों में रखा गया है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि थर्मल स्क्रीनिंग, फ्लाइट में पर्सनल फॉर्म भरने के आधार पर यात्रियों की निगरानी की जा रही है. 15991 लोगों पर पैनी निगाह रखी जा रही है. 497 लोगों की देखभाल की जा रही है. वहीं 41 लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है.
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