कोरोना वायरस डिजीज-2019 (COVID-19) जिस वायरस के कारण हो रही है, उसका नाम है, SARS-CoV-2. ये वायरस कैसे हमें बीमार कर देता है? आंख, नाक या मुंह के रास्ते हमारे शरीर में प्रवेश कर कैसे ये वायरस शरीर के दूसरे अंगों को नुकसान पहुंचाता है?
जानिए शरीर को कैसे अपनी गिरफ्त में लेता है कोरोना वायरस?
सबसे पहले वायरस गले पर असर डालता है. कोरोना वायरस गले, सांस की नली और फेफड़ों की कोशिकाओं से जुड़ता है. ये संक्रमण और अपनी संख्या बढ़ाने के लिए स्वस्थ कोशिकाओं पर कब्जा करता है.
- सबसे पहले आपको सूखी खांसी और गला खराब होता है
- वायरस से लड़ने के लिए आपको बुखार होता है
- मांसपेशियों में दर्द, थकान और सिर दर्द होना भी सामान्य है
- वहीं खोज लोगों के सूंघने की क्षमता प्रभावित हो सकती है
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के मुताबिक इसके करीब 80 प्रतिशत माइल्ड होते हैं.
इसके बाद वायरस फेफड़ों की तरफ बढ़ता है.
COVID-19 सांस से जुड़ी बीमारी है, इसलिए इसमें सबसे ज्यादा फेफड़े ही प्रभावित होते हैं.
- हमारे फेफड़ों में सूजन हो सकती है.
- इससे खून में ब्लड की सप्लाई घटती है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है.
- मरीज एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम (ARDS) से पीड़ित हो सकता है.
- निमोनिया या ब्रोंकाइटिस की समस्या बढ़ सकती है, लेकिन ज्यादातर इससे ठीक हो जाते हैं.
COVID-19 के 15 प्रतिशत मामले गंभीर पाए गए हैं.
संक्रमण बढ़ने के साथ शरीर के दूसरे अंगों को भी नुकसान पहुंचना शुरू हो जाता है.
- किसी भी संक्रमण के प्रति हमारा इम्युन सिस्टम साइटोकाइन्स प्रोड्यूस करता है. जब बीमारी नियंत्रित नहीं होती, तो जरूरत से ज्यादा साइटोकाइन्स प्रोड्यूस होता है.
- जरूरत से ज्यादा साइटोकाइन्स शरीर में दूसरी जटिलताओं का कारण बनता है- जैसे ब्लड प्रेशर का खतरनाक स्तर तक बढ़ जाना, फेफड़ों को नुकसान और मल्टीपल ऑर्गन फेल्योर
- जितनी ज्यादा देर तक रिकवरी नहीं होती, फेफड़ों को उतना ज्यादा नुकसान पहुंचता है. फेफड़ों को नुकसान का मतलब है कि शरीर के बाकी अंग जैसे लीवर, किडनी और दिमाग में कम ऑक्सीजन का पहुंचना.
- कुछ COVID-19 मरीजों को स्ट्रोक और दौरे पड़ते हैं.
COVID-19 के करीब 5% मामले काफी गंभीर पाए गए हैं, जिनमें मरीजों के लिए वेंटिलेटर या ICU की जरूरत होती है.
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