अपनी दूसरी संतान अभिजीत के जन्म के बाद सहदेव सिंह सोलंकी और अल्पा सोलंकी को खुद के थैलेसीमिया कैरियर होने का पता चला. अभिजीत जन्म से ही ‘थैलेसीमिया मेजर’ से जूझ रहा था और उसे हर महीने ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरूरत पड़ती थी.
थैलेसीमिया, इस बीमारी में शरीर की हीमोग्लोबिन के निर्माण की प्रक्रिया ठीक से काम नहीं करती है और बीमार बच्चे के शरीर में खून की भारी कमी होने लगती है.
इसके कारण मरीज को बार-बार खून चढ़ाने की जरूरत होती है. ये एक अनुवांशिक बीमारी है.
'थैलेसीमिया मेजर' के मामले में बीमारी के लक्षण औसत से लेकर गंभीर होते हैं.
अभिजीत के इलाज के लिए बोन मैरो ट्रांसप्लांट की सलाह दी गई, लेकिन उसके लिए ऐसे डोनर की तलाश थी, जिसका ह्यूमन ल्युकोसाइट एंटीजन (HLA) मैच हो, ऐसा डोनर नहीं मिला रहा था.
अपने बच्चे को बचाने के लिए श्री सोलंकी ने देश भर के डॉक्टरों से सलाह ली और ट्रीटमेंट पर रिसर्च करने के दौरान उन्हें 'सेवियर सिबलिंग' के बारे में पता चला.
सेवियर सिबलिंग उस बच्चे को कहते हैं, जो जानलेवा बीमारी से जूझ रहे अपने भाई या बहन को जीवन-रक्षक ऊतक डोनेट करने के सक्षम हो.
ऐसे बच्चे का जन्म इन विट्रो फर्टिलाइजेशन के जरिए होता है ताकि भ्रूण की स्क्रीनिंग की जा सके और बीमार बच्चे के लिए वो शिशु उसका मैच हो और उसे वही बीमारी न हो.
इसके लिए श्री सोलंकी ने Nova IVF फर्टिलिटी के मेडिकल डायरेक्टर डॉ मनीष बैंकर से उनके अहमदाबाद क्लीनिक में मुलाकात की.
डॉ मनीष बैंकर बताते हैं कि अभिजीत के मामले में ट्रांसप्लांट के लिए ऐसा डोनर नहीं मिल रहा था, जिसका ह्यूमन ल्युकोसाइट एंटीजन (HLA) मैच हो, इसे देखते हुए हमने प्री-जेनेटिक डायग्नोसिस एंड स्क्रीनिंग टेस्ट (PGD और PGS) के साथ HLA मैचिंग वाले आईवीएफ चुनने का फैसला किया.
HLA टाइपिंग के लिए यह प्रक्रिया एक स्थापित विधि है, जो एक गंभीर बीमारी से जूझ रहे भाई या बहन को बचाने के लिए ट्रांसप्लांट के लिए कॉर्ड ब्लड या हेमटोपोइएटिक स्टेम सेल डोनेट कर सकता है. ऐसे डोनर से बोन मैरो ट्रांसप्लांट जिसका HLA मैच हो, थैलेसीमिया मेजर वाले रोगियों के लिए सबसे अच्छा चिकित्सीय विकल्प है.डॉ मनीष बैंकर, मेडिकल डायरेक्टर, Nova IVF फर्टिलिटी
एक स्वस्थ भ्रूण ट्रांसफर किए जाने के बाद अल्पा सोलंकी ने पिछले साल एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया, जो कि अभिजीत के लिए HLA मैच भी थी. मार्च 2020 में अभिजीत का सफल बोन मैरो ट्रांसप्लांट हुआ और अब वो भी स्वस्थ है.
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