साल खत्म हो रहा है. ये सामान्य बीत जाने वाले सालों सा नहीं रहा, बल्कि एक ऐसा साल रहा जिसमें बड़ी चुनौतियों ने हमारे स्वास्थ्य और हमारे धीरज की परीक्षा ली. जब हमारा स्वास्थ्य चिंताओं से घिरा था, तो खाने की कुछ चीजों ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई जिससे हमें खुद को सुरक्षित रखने में मदद मिली.
खासकर ये 5 फूड हीरो बनकर उभरे जिन्हें डाइट में शामिल करना जरूरी है.
हल्दी
हल्दी हमें स्वस्थ रखने, सूजन से लड़ने और इम्युनिटी को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है.
इसके फायदों को हम कैसे बढ़ा सकते हैं?
सबसे पहले, शुद्ध हल्दी का इस्तेमाल करें, यानी कम से कम मिलावट (जैसे सीसा वगैरह) और कर्क्यूमिन का लेवल हाई रहे. दूसरा, क्योंकि कर्क्यूमिन फैट में घुलनशील होता है (इसका मतलब है कि इसे एब्जॉर्ब करने के लिए आपको कुछ फैट की जरूरत होती है), इसे दूध के साथ लेने से फायदा होता है. तीसरा, इसे काली मिर्च के साथ लें क्योंकि इसमें पिपेरिन(piperine) होता है, जो कर्क्यूमिन को एब्जॉर्ब करने में मदद करता है.
अश्वगंधा
महामारी ने हमारे दिमाग को उतना ही प्रभावित किया, जितना हमारे शरीर को प्रभावित किया. चिंता, हताशा और मूड स्विंग्स कई लोगों के लिए परेशानी का कारण बने. इसलिए एडाप्टोजेन-अश्वगंधा एक बड़ा हीरो साबित हुआ. ये सुपर हर्ब शरीर को तनाव के अनुकूल बनाने और इसे स्वस्थ तरीके से संभालने में मदद करती है, और इसमें मौजूद कई प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट और फ्लेवोनॉयड सूजन का इलाज करने, संक्रमण और बीमारी से बचाने, इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने और वेलनेस को बढ़ावा देने में मदद करते हैं.
इसके फायदों को कैसे बढ़ा सकते हैं:
अश्वगंधा चाय लें (पाउडर को पानी, दूध और चाय की पत्तियों के साथ उबाल कर बनाएं). या चूरन के रूप में लें.
कलौंजी
कलौंजी (प्याज के बीज) में एक जरूरी तत्व थायमोक्विनोन(Thymoquinone) होता है जो प्रदूषण या संक्रमण के कारण फेफड़ों के भीतर होने वाली सूजन से लड़ने में मदद करता है. ये एक शक्तिशाली मूड बूस्टर भी है.
इसके फायदों को कैसे बढ़ा सकते हैं:
लाभ पाने के लिए दाल, सब्जियों और चपाती पर भी कलौंजी छिड़कें. या कोल्ड प्रेस्ड कलौंजी तेल का इस्तेमाल करें.
आंवला
विटामिन सी से इम्युनिटी बढ़ाना काफी चर्चा का विषय रहा, इसलिए इस विटामिन का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल वायरस को दूर रखने के लिए प्राथमिकता बन गया. सिर्फ एक आंवला (इंडियन गूजबेरी) का सेवन हमारे विटामिन सी की दैनिक जरूरत को पूरा कर सकता है.
इसके फायदों को कैसे बढ़ा सकते हैं:
आंवले को कद्दूकस करें और सब्जियों और सलाद में मिलाएं. एक आंवला हर दिन चबाकर खाएं. अगर आपको ये बहुत खट्टा लगता है, तो इसे थोड़ा नमक और हल्दी के साथ उबालें और फिर खाएं. आंवले का अचार और आंवले का जूस भी बहुत लोकप्रिय है. वहीं मीठा पसंद करने वालों के लिए आंवला मुरब्बा भी मशहूर है.
मोरिंगा (सहजन)
मोरिंगा विटामिन, खनिज से भरा होता है. इसमें महत्वपूर्ण मात्रा में विटामिन ए, बी, (फोलिक एसिड, पाइरिडोक्सिन और राइबोफ्लेविन), सी, और ई, कैल्शियम, मैंगनीज, मैग्नीशियम, पोटेशियम, फॉस्फोरस, जिंक और प्रोटीन होते हैं. ये हमारे शरीर को सभी 8 जरूरी अमीनो एसिड भी देता है. ये बहुत कम पाए जाने वाले प्लांट फूड में शामिल है जो सभी प्रोटीन देते हैं.
इसके फायदों को कैसे बढ़ा सकते हैं:
ताजा मोरिंगा के पत्तों को पालक और अन्य साग के जैसे पकाया जा सकता है या अपनी स्मूदी या अनाज के सूप और स्टू में मोरिंगा पाउडर मिलाएं. आप इसे पानी के साथ मिलाकर भी गटक सकते हैं.
ये जानना महत्वपूर्ण है कि कोई भी फूड, चाहे वो आपके लिए कितनी ही स्वास्थ्यवर्धक हो, अगर आपकी आदतें अस्वस्थ हैं, तो आपकी मदद नहीं कर सकता.
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